छापेमारीनिरिक्षणबलियास्वास्थ विभाग

औचक निरीक्षण में 6 चिकित्सक मिले अनुपस्थित

जिलाधिकारी के निर्देश पर सीडीओ ने किया निरीक्षण

शिकायत पर तत्काल हुई जांच, दो जांच केंद्र व एक क्लिनिक कराया गया सील

बलिया: जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार के निर्देश पर मुख्य विकास अधिकारी ओजस्वी राज ने गुरुवार को जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने ओपीडी, इमरजेंसी तथा ट्रामा सेंटर में जाकर वहां की चिकित्सा व्यवस्था और डॉक्टरों व स्टाफ की उपस्थिति की जांच की। इस दौरान 6 डॉक्टर व एक टेक्नीशियन ग़ैरहाज़िर मिले।सीडीओ के औचक निरीक्षण में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ अनुराग सिंह, जनरल फिजिशियन डा आकाश सिंह व डा विनोद सिंह अनुपस्थित मिले। कक्ष सं-19 में जनरल सर्जन डा एस०एन० राय, कक्ष सं-11 में नेत्र रोग विशेषज्ञ डा रिखी लाल गुप्ता, अस्थि रोग विशेषज्ञ डा० गौरव राय भी अनुपस्थित पाये गये। ट्रामा सेंटर में ईसीजी बन्द पाया गया। वहां ईसीजी टेक्निशियन रितेश भी गैरहाजिर पाये गये। सभी चिकित्सकों के कक्षों के बाहर 15—20 मरीजों की भीड़ पायी गयी।स्थानीय शिकायतों व मरीज़ों से पूछने पर ये संज्ञान में आया कि कुछ चिकित्सकों द्वारा आवास पर या जिला चिकित्सालय रोड के आस-पास विभिन्न क्लिनिक या किराए के मकान के कमरों में शुल्क लेकर निजी परामर्श दिया जाता है। इसे गंभीरता से लेते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने जिला चिकित्सालय के निकट अनेकों विभिन्न अस्पतालों, क्लिनिक व टेस्टिंग लैब का निरीक्षण किया। इस दौरान भुनेश्वरी अल्ट्रासाउण्ड सेंटर व एक्स-रे सेंटर, महावीर अल्ट्रासाउण्ड व अस्थि रोग विशेषज्ञ डा० गौरव राय द्वारा संचालित निजी क्लिनिक को नगर मजिस्ट्रेट को आदेशित कर तत्काल सील कराया गया।मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि इसके अलावा रत्ना अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ डा अनुराग सिंह का क्लिनिक संचालित होना पाया गया, जिनके विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही प्रचलित कर दी गयी है। सरकारी आवंटित आवासों एवं किराए के मकानों में शुल्क लेकर निजी परामर्श देने वाले अन्य सरकारी चिकित्सकों के विरूद्ध भी कार्यवाही की जा रही है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button