
रसड़ा (बलिया)। कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत रसड़ा-फेफना मार्ग रविवार की रात में अलग-अलग सड़क हादसों में तीन युवकों की मौत हो गई। जबकि सात युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को स्थानीय सीएचसी पहुंचाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद डाक्टरों ने सभी को गंभीर हालत में जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया।एक दुर्घटना रात में लगभग साढ़े दस बजे क्षेत्र के सड़ौली गांव के पास स्थित गैस एजेंसी के समीप हुई। यहां बारात से वापस माधोपुर गांव लौट रहे स्कार्पियो अचानक सामने आए नीलगाय को बचाने के प्रयास में अनियंत्रित होकर सड़क के किनारे पलट गई।इस हादसे में माधोपुर निवासी अजीत सिंह (45) की मौत हो गई। जबकि माधोपुर निवासी अजय सिंह (38), आदित्य सिंह (17) पुत्र अरविंद सिंह, गाड़ी चालक अजय सिंह (34), आदित्य सिंह बिट्टू (16) पुत्र मुन्ना सिंह, अमन सिंह (16) पुत्र प्रहलाद सिंह व शिवम सिंह (14) पुत्र जयप्रकाश सिंह घायल हो गए।बताया जाता है कि सभी लोग क्षेत्र के माधोपुर गांव से रविवार की शाम को गाजीपुर जिले के बाराचवर गांव में बारात में गये थे। वहां से सभी लोग रात में स्कार्पियो से माधोपुर वापस लौट रहे थे।तभी गांव पहुंचने से कुछ दूर पहले अचानक सामने नीलगाय के आने से स्कार्पियो अनियंत्रित होकर पलट गई। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को कब्जा में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति में जिला अस्पताल रेफर कर दिया।उधर, दूसरी हादसा इसी मार्ग पर पहाड़पुर गांव के पास रविवार की रात करीब आठ बजे हुई। यहां किसी अज्ञात वाहन की बाइक में टक्कर हो गई, जिसमें बाइक सवार तीन युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने तीनों घायलों को जिला अस्पताल भेज दिया। बताया जा रहा है कि मऊ जनपद के कोपागंज थाना क्षेत्र के काछीकला गांव निवासी अरविंद साहनी (30), दिनेश साहनी (28) व पवन चौहान (26) एक ही बाइक पर सवार होकर गड़वार थाना क्षेत्र के नरांव गांव में किसी बारात में शामिल होने जा रहे थे। तभी रास्ते में पहाड़पुर गांव के समीप सामने से आ रही अज्ञात वाहन और बाइक में जोरदार टक्कर हो गई। हादसे में तीनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना पाकर संवरा चौकी इंचार्ज गणेश पांडे पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और घायलों को जिला अस्पताल भेज दिया, जहां पर डाक्टरों ने जांच के बाद अरविंद व दिनेश को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जबकि पवन का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है। सूचना पाकर अस्पताल पहुंचे परिजनों का रोते-बिलखते बुरा हाल हो गया।