
बलिया। पुलिस उपमहानिरीक्षक आजमगढ़ परिक्षेत्र कार्यालय में मंगलवार को मऊ, बलिया व आजमगढ़ जिले की अपराध व पुलिस कार्रवाई की समीक्षा डीआईजी वैभव कृष्ण ने की। डीआइजी वैभव कृष्ण ने सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया कि नकबजनी, चोरी एवं वाहन चोरी के मामलों में थाना प्रभारी घटनास्थल का मुआयना कर प्रभावी कार्रवाई करें। सार्वजनिक स्थानों पर सीसी टीवी कैमरे लगाए जाएं। गंभीर अपराधों में अभियुक्तों के विरुद्ध उनकी गैंग पंजीकृत कर कार्रवाई करें। साइबर अपराध में पीड़ित को पैसे वापस दिलाएं। गैंगस्टर एक्ट के आरोपियों की संपत्ति जब्त करें। शोहदों पर कार्रवाई करें। सड़क जाम करने वाले पर कठोर कार्रवाई करें। धनतेरस, दीपावली, छठ पर्व के मद्देनजर व्यापारिक प्रतिष्ठान, सराफा की दुकानों आदि के पास पर्याप्त पुलिस बल लगाकर आकस्मिक चेकिंग की जाए।
पिछले वर्ष की अपेक्षा वर्तमान वर्ष में बलवा, नकबजनी, चोरी व दहेज हत्या के अपराधों में कमी आई है। साइबर एक्ट के अपराधों में वृद्धि हुई है। वर्ष में लूट के 8 मुकदमों में 6 का खुलासा किया गया। लूटे माल की बरामदगी करीब 40 प्रतिशत की है। महिला अपराधों में छेड़खानी, पॉक्सो एक्ट व दहेज हत्या के मामलों में कमी आई है। दुष्कर्म के मामले मामूली बढ़े हैं। एससी-एसटी एक्ट के अंतर्गत हत्या, दुष्कर्म व गंभीर चोट के मामलों में कमी आई है। विवेचनाओं का निस्तारण अच्छा रहा है। वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी करीब 99 प्रतिशत रही है। वर्तमान वर्ष में कुल 46 पुरस्कार घोषित अपराधियों में से 13 गिरफ्तार किए गए। शस्त्र, गुंडा अधिनियम व गोवध के मामले में कार्रवाई अधिक की गई है। इस वर्ष कुल 37 अभियुक्तों की हिस्ट्रीशीट खोली गई है। गैंगस्टर के तहत नौ केस दर्ज कर 30 के विरुद्ध कार्रवाई की गई।