
रसड़ा (बलिया)। नागाजी सरस्वती विद्या मंदिर अखनपुरा, रसड़ा में रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को रक्षाबंधन एवं सावन उत्सव के पावन अवसर पर विविध सांस्कृतिक एवं रचनात्मक कार्यक्रमों का भव्य आयोजन किया गया।

विद्यालय प्रांगण रक्षासूत्रों की रचनात्मकता, रंगों की छटा और संगीत की मधुरता से गुंजायमान हो उठा।कार्यक्रम में राखी बनाओ, थाल सजाओ एवं मेहंदी रचाओ प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से बच्चों ने अपनी सृजनात्मकता और सांस्कृतिक भावनाओं को सुंदरता के साथ प्रदर्शित किया। इस अवसर पर भैया-बहनों ने सावन गीत, नृत्य, कविता एवं नाट्य मंचन के माध्यम से भाई-बहन के प्रेम, आत्मीयता व भारतीय परंपरा को मंच पर साकार किया।कार्यक्रम की प्रमुख चेतना सिंह रहीं। मुख्य अतिथि संजना सिंह ने कहा कि रक्षाबंधन केवल एक रेशम की डोरी नहीं, बल्कि यह हमारी संस्कृति, स्नेह और समर्पण का प्रतीक है। इस प्रकार के आयोजनों से बच्चों में सामाजिक और पारिवारिक मूल्यों का विकास होता है। विशिष्ट अतिथि गुड़िया सिंह ने विद्यालय की गतिविधियों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन बालकों को नैतिक शिक्षा प्रदान करते हैं।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रभारी प्रधानाचार्य सुमंत ठाकुर ने कहा कि रक्षाबंधन भारतीय संस्कृति की आत्मा है। यह पर्व हमें त्याग, प्रेम, सुरक्षा और दायित्व का संदेश देता है। विद्यालय का प्रयास है कि छात्र-छात्राएं केवल शैक्षणिक ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी समृद्ध बनें।प्रतियोगिता में आकृति चौरसिया, आस्था चौरसिया, रागिनी रावत, आराध्या सिंह, किरण कौशल, श्रेया यादव, आराध्या व अदिति सहित कई विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम के अंत में विजेताओं को पुरस्कार वितरण किया गया।कार्यक्रम की सफलता में विद्यालय की समस्त शिक्षिकाओं एवं सहयोगी कार्यकर्ताओं का विशेष योगदान रहा। पूरा वातावरण उल्लास और उत्सव के रंग में रंगा हुआ नजर आया। संचालन नीलम सिंह व मारकंडेय वर्मा ने संयुक्त रूप से किया।