
बैरिया/लालगंज (बलिया) । 18 अगस्त 1942 की क्रांति मे बैरिया थाने पर तिरंगा लहराने मे अपनी जान गवाने वाले 20 क्रान्तिकारी बीर अमर शहीदों की याद में शहीद स्मारक बैरिया पर थानाध्यक्ष बैरिया,स्वतंत्रता सेनानी एवं सेनानी परिवार,पूर्व सैनिक संगठन स्थानीय नेता गण,स्कूलों के छात्र छात्राओं के साथ हजारों लोगो ने फूल माला चढ़ाकर सेनानियों को नमन कर श्रद्धांजलि अर्पित की ।

सुबह से ही परंपरा के अनुसार शहीद स्मारक पर थानाध्यक्ष बैरिया मूल चन्द्र चौरसिया ने बैदिक मंत्रोचार के साथ पूजन अर्चन कर सबसे पहले अमर शहीदो को फूल माला चढ़ाकर श्रंद्धाजलि अर्पित कर बीर अमर सपूतो को नमन किया। उसके बाद आम जनता द्वारा शहीदों को श्रंद्धाजलि अर्पित करने का कार्य प्रारम्भ हुआ । बलिया से प्रशासन के तरफ से जिले जीवित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पं0 रामविचार पाण्डेय और अन्य सेनानी परिवारों को बस से बुलाया गया था जो शहीद स्मारक पर फूल माला चढ़ाकर श्रंद्धाजलि अर्पित की तत्पश्चात पूर्व सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त,पूर्व सांसद भरत सिंह और उनकी पुत्री विजय लक्ष्मी,बैरिया विधायक जय प्रकाश अंचल,बैरिया तहसील के सैनिक संगठन,सपा नेता पूर्व मंत्री तारकेश्वर मिश्र,व्यास जी गोड़,पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह,निर्भय नारायण सिंह के साथ दर्जनों स्कूलों के छात्र छात्राओं ने श्रंद्धाजलि देकर नमन किया ।

बतादे कि 14 अगस्त 1942 के दिन क्षेत्र के आजादी के रणबांकुरो ने बैरिया थाना से जैक उतारकर तिरंगा फहरा दिया था। तिरंगा फहराने के बाद तत्कालीन थानाध्यक्ष ने तिरंगा उतार कर फिर जैक लगा दिया। जिसके विरोध में लगभग 25000 हजार आंदोलनकारियों ने 18 अगस्त बैरिया थाना घेर लिया एक तरफ से गोली तो दूसरे तरफ से ईंट पत्थर चलने लगे। इसमें 20 लोग मौके पर ही शहीद हो गए थे जबकि दो की जेल यातना में मृत्यु हो गई थी।

शहीद होने वालों में गोंहिया छपरा निवासी निर्भय कृष्ण राय,विशुनपुरा निवासी देव वसन कोइरी,तिवारी के मिल्की निवासी राम जन्म गौड राम प्रसाद उपाध्याय चांदपुर, गुदरी टोला निवासी मैनेजर सिंह,नारायण गढ़ निवासी कौशल कुमार सिंह,सोन बरसा निवासी रामदेव कुम्भार , बैरिया निवासी राम वृक्ष राय,राम नगीना सोनार छट्ठू कमकर ,देवकी सुनार , शुभनथही निवासी धर्मदेव मिश्र,मुरार पट्टी निवासी श्रीराम तिवारी ,बहुआरा निवासी मुक्ति नाथ तिवारी, श्रीपालपुर विक्रम सोनार,भगवान पुर निवासी भीम अहीर दया छपरा निवासी,गद्दाधर पाण्डेय ,मधुबनी निवासी गौरी शंकर राय,गंगा पुर निवासी राम रेखा शर्मा रहे।

पूर्व विधायक बैरिया सुरेंद्र सिंह के अगुवाई में हजारों कार्यकर्ता हाथों में तिरंगा लिए भारत माता की जय का नारा लगाते हुए पहुंचे और शहीद स्मारक पर फूल माला चढ़ाए उसी समय वारिस आ गई कार्यकर्ता भागने लगे हौसला बढ़ाते हुए पूर्व विधायक ने कटाक्ष करते हुए कहा यदि काफिरों से लड़ना है तो बाढ़ और वारिस में डटे रहना रहना है।

समाजसेवी और भारत सरकार के रेल मंत्रालय में कार्यरत निर्भयसिंह हजारों कार्यकर्ताओं संग पहुंच शहीद स्मारक पर फूल माला चढ़ाया और शहीदों को श्रंद्धाजलि दिया।

शहीद स्मारक की साफ सफाई नहीं कराए जाने से क्षुब्ध राष्ट्रीय पत्रकार संघ के आजम गढ़मंडल के कार्यवाहक मंडल अध्यक्ष हरिनारायण सिंह ने गहरा संवेदना प्रकट करते हुए घोषणा किया कि शहीदों के सम्मान में पत्रकारों के तरफ से इसकी रंगाई पुताई कराई जाएगी। सैनिक संघ के दर्जनों सदस्यों ने शहीद स्मारक पर फूल माला चढ़ाकर अमर शहीदों को श्रंद्धाजलि दिया और बीर शहीदों को नमन किया। अलग से मंच लगाकर शहीदों को याद किया।
पूर्व में 18 अगस्त को हुए राजनीतिज्ञों के बीच हुए विवादों को देखते हुए प्रशासन ने भी तैयारी कर ली थी। क्षेत्राधिकारी ने बताया कोई गैदरिंग न हो इसलिए सभी नेताओं को समय सीमा तय कर दिया गया था कि एक साथ भीड़ शहीद स्मारक पर न हो।
तहसील प्रसाशन के तरफ से शहीदों के सम्मान करने की व्यवस्था किया था।नगर पंचायत बैरिया के अध्यक्ष प्रतिनिधि मंटन वर्मा ने जिले के एक मात्र जीवित सेनानी और अन्य सेनानी परिवारों को अंगवस्त्रम और फूल माला पहनाकर सम्मानित किया ।