
रसड़ा (बलिया) । नागाजी सरस्वती विद्या मंदिर, अखनपुरा रसड़ा में सुलेख एवं श्रुतिलेख प्रतियोगिता का आयोजन उत्साहपूर्वक संपन्न हुआ। प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपने सुंदर लेखन से सभी को प्रभावित किया। प्रार्थना सभा के अवसर पर आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में विभिन्न वर्गों के विजयी प्रतिभागियों को प्रधानाचार्य डॉ. राजेन्द्र पांडेय द्वारा सम्मानित किया गया।

अपने प्रेरणादायी उद्बोधन में डॉ. पांडेय ने कहा कि “शुद्ध एवं सुंदर लेखन न केवल भाषा की गरिमा को बढ़ाता है, बल्कि यह विद्यार्थी के व्यक्तित्व को भी निखारता है। जीवन में पुरस्कार प्राप्त करना ही अंतिम लक्ष्य नहीं है, अपितु ज्ञानार्जन की निरंतर भावना और सकारात्मक दृष्टिकोण सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण होते हैं।” उन्होंने विद्यार्थियों से आगामी द्विमासिक परीक्षा की समयबद्ध और सुनियोजित तैयारी करने का आग्रह करते हुए कहा, “Well begun is half done – अच्छी शुरुआत ही आधा कार्य पूर्ण कर देती है।”

इस प्रतियोगिता में प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक वर्ग तक के विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में हिंदी श्रुतिलेख एवं सुलेख में ओमकार वर्मा, वर्तिका तिवारी, सुशांत जायसवाल और प्रिया कुमारी ने अपने वर्गों में प्रथम स्थान प्राप्त किया, वहीं अंग्रेजी श्रुतिलेख एवं सुलेख में अनन्या तिवारी, रागिनी, शिवांगी और यश गुप्ता ने प्रथम स्थान प्राप्त कर विद्यालय का गौरव बढ़ाया।


प्रधानाचार्य सहित समस्त शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं ने सभी विजेताओं को बधाई दी एवं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। विद्यालय प्रांगण में हुआ यह आयोजन विद्यार्थियों के लेखन कौशल को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक सफल प्रयास सिद्ध हुआ।