रिश्वत का विरोध करने पर लेखपालों ने सामाजिक कार्यकर्ता को पीटा, कार्रवाई की मांग को लेकर धरना पर बैठे पीड़ित

रसड़ा (बलिया)। कृषक दुर्घटना बीमा की पत्रावली में रिपोर्ट लगाने के नाम पर एक विधवा महिला से लेखपाल द्वारा दस हजार रूपए रिश्वत मांगने के आरोप का मामला तूल पकड़ लिया है।इस मामले में मंगलवार को तहसील में लेखपाल के पास विधवा की पैरवी में गये सामाजिक कार्यकर्ता संजीव गिरि की संबंधित लेखपाल और उनके अन्य कई साथी लेखपालों ने पिटाई कर दी। इसके बाद मामला गहरा गया। सामाजिक कार्यकर्ता संजीव गिरि ने अपने सहयोगियों के साथ लेखपालों पर कार्रवाई की मांग को लेकर तहसील गेट के पास धरना शुरू कर दिया है। सूचना पाकर पहुंचे कोतवाल रत्नेश कुमार सिंह को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। नगरा थाना क्षेत्र के ताड़ीबड़ागांव निवासी सीमा सिंह की पति की एक दुर्घटना में मौत हो चुकी है। उन्होंने कृषक दुर्घटना बीमा योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया है।इस मामले में विधवा सीमा ने आरोप लगाया है कि हल्का लेखपाल ने पत्रावली में रिपोर्ट लगाने के लिए उनसे दस हजार रूपए की मांग की। विधवा सीमा सिंह ने इसकी जानकारी नगरा क्षेत्र के खैरानिस्फी गांव के सामाजिक कार्यकर्ता संजीव गिरि को दिया। मंगलवार को लेखपाल से मिलने पहुंचे संजीव और लेखपाल के बीच रिश्वत को लेकर बात चल रही थी।आरोप है कि इस बीच लेखपालों ने संजीव की पिटाई कर दी।इस मारपीट की घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि इसकी पुष्टि आंचलिक सच नहीं करता है।इस मामले में पीड़ित संजीव गिरि का सहयोगियों के साथ धरना जारी है।उनका कहना है कि लेखपालों पर जब तक कार्रवाई नहीं होगी, धरना जारी रहेगा।