
रसड़ा (बलिया)।उप्र कताई मिल रसड़ा के श्रमिकों की बैठक गुरूवार को स्थानीय ब्रम्हमाइन सती मंदिर परिसर में जेपी वर्मा की अध्यक्षता में हुई।इसमें श्रमिकों के बकाया देनदारियों को 20 मई 2025 को यूपी स्टेट यार्न लिमिटेड कानपुर के प्रबंध निदेशक व श्रमिक संगठन के प्रतिनिधियों के बीच हुई सफल वार्ता के बारे में श्रमिकों को जानकारी दी गई। कताई मिल मजदूर संघ के अध्यक्ष जयप्रकाश वर्मा ने कहा कि यूपी स्टेट यार्न लिमिटेड कानपुर की चार उत्पादन ईकाईयों रसड़ा (बलिया), मेजा (प्रयागराज), बांदा एवं जौनपुर की मिलों को शासन ने बंद कर उसके कर्मचारियों स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति योजना थोप दी गई थी, जिसके विरूद्ध संगठन की ओर से विभिन्न न्यायालयों में वाद दायर कर संघर्ष को जारी रखा और फैसला श्रमिकों के हित में आया। उन्होंने कहा कि वार्ता के दौरान शासन की ओर से अनुग्रह धनराशि के रूप में वर्ष 2011 में वितरित ले आफ अवधि के भुगतान की दर से कुल 1082 दिन के मजदूरी-वेतन का 50 प्रतिशत धनराशि सभी स्थायी व अस्थायी को समान रूप से भुगतान करने का आश्वासन मिला है।इस मौके पर जवाहर प्रसाद, रामेश्वर सिंह, रामप्रीत, लाल बिहारी, विजयशंकर, सुभाष, कन्हैया चौधरी, अरविंद यादव, रामकृपाल, महेंद्र नाथ शर्मा, श्यामदेव आदि रहे।