
दुबहड़(बलिया)। कौमी एकता की मिसाल बाबा चुपशाह वारसी की मजार पर मंगलवार की देर शाम दादा के छपरा अखार स्थित उनकी मजार पर उर्स मेला लगा जिसमें दूर-दूर से आए सभी वर्ग के लोगों ने पहुंचकर बाबा की मजार पर चादर चढ़ाई और सबकी सलामती के लिए दुआ मांगी।
इंतजामिया उर्फ कमेटी के संरक्षक मौलाना अजहर हुसैन की देखरेख में मजार पर चादर पोसी की गई। उसके बाद देर रात तक मिलाद-ए-पाक का कार्यक्रम चला। बुधवार की सुबह कुरआन खानी, चादर व गुलपोशी, कुल शरीफ एवं सलातो-सलाम के बाद उर्स की समाप्ति हुई। मेले में पहुंचे हजारों महिला, पुरुष तथा बच्चों ने मेले का खूब लुफ्त उठाया। मेला के व्यवस्थापक गुप्तेश्वर पाठक ‘गोगा’ का सहयोग सराहनीय रहा। उर्स कमेटी के सदर गुलाम रब्बानी एवं सेक्रेटरी अख्तर अली वारसी ने आगंतुकों का स्वागत कर सबके प्रति आभार प्रकट किया।
इस मौके पर पूर्व चेयरमैन संजय उपाध्याय, पिंटू जावेद, सिराज अहमद, सुनील सिंह, सुजीत सिंह, थानाध्यक्ष अजय पाल, रणजीत सिंह, बब्बन विद्यार्थी, लक्की सिंह, पिंटू पासवान, अन्नपूर्णानंद तिवारी, पवन गुप्ता, ब्रजेश पाठक, नीरज सिंह, ओमप्रकाश राय, राजेंद्र राय, नसीम वारसी, छोटेलाल गुप्ता, सुरेंद्र राय, सोनू, मोनू आदि लोग मौजूद रहे।
दुबहड़ से पन्ना लाल गुप्ता की रिपोर्ट: