
दुबहड़ (बलिया) ।रक्तदान देहदान और अंगदान ये वो शब्द है जो न केवल जीवन को बचाते हैं, बल्कि समाज में एक नया संदेश भी देते हैं। हर व्यक्ति इन महान कार्यों को अपनाएं तो कितनी जिंदगियों को नया जीवन मिल सकता है। इसी सोच को साकार किए हैं दुबहड़ क्षेत्र के ग्राम नगवा निवासी अमृत कुमार पांडे ने। आचार्य रामचंद्र शुक्ल शोध संस्थान के उप मंत्री एवं सी पी एम जिला वाराणसी के सचिव/ मंत्री अमृत कुमार पांडे ने साल के पहले दिन देहदान कर बी एच यू के पहले देहदानी बने। उन्होंने बी एच यू के शरीर रचना विभाग चिकित्सा विज्ञान संस्थान के विभागाध्यक्ष अध्यक्ष डॉक्टर आनंद को इस संबंध में शपथ पत्र सौंपा। मूल रूप से बलिया जिला के नगवा ग्राम निवासी एवं वाराणसी में अन्नपूर्णा नगर कॉलोनी विद्यापीठ रोड में निवासरत श्री पांडे ने घोषणा पत्र में लिखा है कि स्वेच्छा से मृत्यु के बाद मेरे मृत शरीर को चिकित्सा अनुसंधान के लिए विभाग को दान स्वरूप अर्पित करने का संकल्प लिया है। उन्होंने अपने निकट संबंधियों में अपने छोटे में भाई आनंद पाण्डेय का नाम भी घोषणा पत्र के साथ विभाग के उपलब्ध कराया है। इस बारे में श्री पांडे ने बताया कि उनका यह निर्णय उन तमाम लोगों के लिए प्रेरणादाई होगा जो जीवन के बाद भी समाज व राष्ट्रहित में अपना योगदान करना चाहते हैं।